Saturday, 3 February 2018

अंकित सक्सेना की मौत और तमाशबीन लोग

दिल्ली के रघुबीर नगर इलाके में अंकित नाम के एक 23 वर्षीय युवक की गुरुवार शाम को सरेआम गला रेत कर हत्या कर दी गई। मामला प्रेम संबंध का था और दोनों अलग-अलग सम्प्रदायों से ताल्लुक रखते थे। लड़की के माता-पिता, छोटे भाई और मामा ने मिलकर लड़के को दबोचा और देखते ही देखते लड़की के बाप ने चाकू से लड़के का गला रेत दिया!
इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि संकुचित साम्प्रदायिकता के तीव्रता से फैल रहे ज़हर की इस ऑनर किलिंग में बड़ी भूमिका रही होगी। लेकिन इस घटना से चिंता का एक और पहलू फिर से सामने आया है। सड़क के बीचों-बीच यह घटना हुई। लड़के की मां मदद की गुहार लगाती रही और पास से गुज़रने वाले कुछ लोग नज़रअंदाज़ करके अपने रास्ते बढ़ते चले और कुछ लोग वहीं खड़े होकर फोटो खींचने लगे, वीडियो बनाने लगे।
सोशल मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही हाल के वर्षों में हमारे देश में ऐसे लोगों की भारी संख्या सामने आयी है, जो दुर्घटनाओं की स्थिति में मदद करने की बजाय, पुलिस एम्बुलेंस को फोन करने की बजाय, घटना का वीडियो बनाने या फोटो खींचने में व्यस्त हो जाते हैं, ताकि सोशल मीडिया पर ऐसे विडियो को वायरल कर लाइक और शेयर बटोर सकें!
संवेदनशीलता तो इतनी भी नहीं रही कि सामने एक आदमी मर रहा है, मदद की गुहार लगाई जा रही है तो कोई मदद को आगे आये! अगर अंकित को सही समय पर हॉस्पिटल पहुंचा दिया जाता, तो हो सकता है उसकी जान बच जाती!

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