Tuesday 2 May 2017

बजवाड़े के किले तक पहुँच कर भी..

पिछले दिनों पंजाब के होशियारपुर कस्बे में जाना हुआ । सोचा कि आये ही हैं तो कोई घूमने लायक जगहें यहाँ हों, तो देख ली जाएँ । गूगल सर्च किया तो पता चला यहाँ एक किला है- बजवाड़ा किला। इसे देखने भरी दोपहरी भारी गर्मी में भी हम लोग बड़े उत्साह के साथ चल दिए! हम लोग टैक्सी से थे । पूछ-पूछ कर किसी तरह उस जगह तक पहुंचे, तो पता चला कि वहां तक गाड़ी नहीं जा सकती, लिहाज़ा हम लोग गाड़ी से उतर कर पैदल चल पड़े । हमारी सोच के एकदम विपरीत, किले का रास्ता बेहद संकरी सी गलियों से होकर जा रहा था । जैसे तैसे किले के पास पहुंचे । दरअसल उसे पास नहीं कहा जा सकता, बस ऐसी जगह पहुंच गए कि वहां से किला स्पष्ट दिख रहा था ।
इस ऐतिहासिक किले और उसके खंडित हिस्सों की देखकर रखरखाव का अभाव तो साफ दिखा ही, उस तक पहुँचने का कोई ठीक रास्ता तक नही था! किले से लगभग सौ मीटर के दायरे तक गेंहूँ के खेत थे । कह सकते हैं कि यह खेतों के बीच में खड़ा था । ये खेत लोहे के बाड़ों से घिरे हुए थे ।आसपास रिहायशी मकान तो थे लेकिन दूर-दूर तक कोई आदमी नज़र नहीं आ रहा था । कोई निर्देशिका, कोई सूचना पट्ट तक वहाँ उपलब्ध नहीं था । हमने किले के भीतर जाने का इरादा त्याग दिया । किसी ऐतिहसिक इमारत के इतना पास जाकर भी उसे पास से न देख सकने का मलाल मुझे हमेशा रहेगा । 

#Bajwara Fort,Hoshiarpur

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