सीरिया
के भीतर पहले रासायनिक हमला हुआ जो कथित तौर पर वहां की सरकार ने ही करवाया है, इसमें कई लोगों की जान गई और कई लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हुए। उसके बाद
इस हमले के खिलाफ अमेरिका ने सीरिया पर बम बरसाए, फिर कई आम
नागरिकों की मौत हुई और कई गंभीर रूप से घायल हुए।
कहने
के लिए ये दोनों ही हमले सीरिया की बेहतरी के लिए हो रहे हैं। लेकिन साफ-साफ दिख
रहा है कि इन दोनों ही पक्षों का सीरिया की बेहतरी से कोई सरोकार नहीं है! ये
अपना-अपना हित साध रहे हैं और इन्हें खुली छूट मिली तो ये सीरिया को मलबे का ढेर
बना देंगे!
पूरी
दुनिया का यह कर्तव्य है कि वह सीरिया के हित के नाम पर किए जा रहे हिंसक और बर्बर
हमलों का विरोध करे। वहां शांति स्थापित करने के लिए तमाम प्रयास करे और सीरिया को
बिलखते-मरते-डर के साए में जी रहे बच्चों और वयस्कों का देश होने से तत्काल रोके।
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