कृष्णा जी एक भरपूर और सार्थक ज़िन्दगी जी कर आज विदा हुईं। जीवन के आखिरी दिनों तक उनके जैसी सक्रियता, प्रतिरोधी मुखरता और ज़िंदादिली कम लोगों को मिलती है।कृष्णा सोबती एक श्रेष्ठ रचनाकार के बतौर ही नहीं एक शानदार व्यक्तित्व के तौर पर भी याद रखी जाएंगी। विनम्र श्रद्धांजलि।
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