![]() |
कठपुतली नाच के अपने मंडप में बैठे सोहनलाल भट्ट |
कठपुतली
नाच अब लुप्तप्राय कला की श्रेणी में आता है। बहुत कम लोग अब इस आजीविका से जुड़े
हुए हैं। राजस्थान के वयोवृद्ध कलाकार सोहनलाल भट्ट ऐसे ही गिने-चुने लोगों में से
हैं। हैदराबाद के शिल्पारमम (हस्त शिल्प हाट) परिसर में पिछले कई वर्षों से वे इस
कला का प्रदर्शन करते आ रहे हैं। मैं शिल्पारमम कई बार गयी हूँ, लेकिन वह कोना मुझसे छूट जाता था, जहाँ वे अपनी इस
कला का प्रदर्शन करते हैं। संयोग से आज मैं उस कोने तक पहुँची और अपने जीवन का
पहला कठपुतली नाच देखने का मौका मिला। सोहनलाल देखने वालों से मात्र दस रुपये दिये
जाने की अपेक्षा रखते हैं। चूँकि वे इस नाच का प्रदर्शन बंद कमरे में नहीं करते
इसलिए मुफ्त में देखने वाले लोगों की भीड़ ही अधिक जुटी रहती है।
यह
विडियो आज की उनकी एक प्रस्तुति का एक छोटा सा हिस्सा है। इस विडियो के सबसे अंत में
एक बच्ची की झलक आपको दिखेगी। दुर्भाग्य से आगे का विडियो मैं शूट नहीं कर सकी, जिसमें वह बच्ची आगे बढ़ते-बढ़ते कठपुतली के नजदीक पहुँच गयी और उसे अपने
हाथ से पॉपकार्न खिलाने की चेष्टा करने लगी। कठपुतली कला की जीवंतता का इससे बड़ा
प्रमाण क्या होगा !
कठपुतली नाच के एक अंश का मेरे द्वारा बनाया गया वीडियो
#PupetShowInShilparamam #KathputliNaach #SohanlaalBhatt #Rajasthan
No comments:
Post a Comment