कई
फिल्मों के बारे में हम प्रमोशन के ज़रिये नहीं बल्कि उनके ट्रेलर रिलीज़ होने पर जानते
हैं। इसके बाद वो फिल्म कब रिलीज़ होती है, किन सिनेमाघरों में लगती है, बहुत बार
तो पता ही नहीं चलता! ऐसी कुछ फ़िल्में बाद में किसी दिन यूट्यूब पर दिख जाती हैं
और इनमें से कई फ़िल्में ऐसी होती हैं, जिन्हें देखने के बाद लगता है कि ऐसी
फिल्मों को सिनेमाघरों में अच्छे-खासे दर्शक मिलने चाहिए थे।
पिछले
दिनों एक ऐसी ही फिल्म आई थी ‘होप और हम’। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, सोनाली
कुलकर्णी, आमिर बशीर, नवीन कस्तूरिया और बाल कलाकार कबीर शेख जैसे लोकप्रिय
कलाकारों ने काम किया है। इनके अलावा भी जो कलाकार हैं सबने अपने हिस्से का अभिनय
बेहद संजीदगी के साथ किया है। लेकिन इस फिल्म की जो सबसे बड़ी खासियत है, वह है
इसकी सकारात्मकता। सुदीप बंदोपाध्याय ने एक अच्छे कथानक को बहुत सादगी से फिल्माया
है।
मुझे
यह फिल्म बहुत विशिष्ट लगी हो ऐसा नहीं है, लेकिन यह मुझे खूबसूरत ज़रूर लगी। ऐसी
फ़िल्में बहुत कम न सही तो बहुत ज़्यादा भी नहीं बनती। यह फिल्म निराशा और पलायन
दोनों ही स्थितियों से दूरी बनाये रखने का सन्देश देती है। इस फिल्म में हर
आयुवर्ग के लोगों के लिए कुछ न कुछ प्रेरणादायक है। फिल्म का टाइटल ट्रैक है- ‘होप
और हम साथ रहें हर दम’। वाकई ज़िन्दगी में आशाओं का साथ बना रहना चाहिए, इन्हें कभी
नहीं छोड़ना चाहिए।
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